Wednesday, August 25, 2010

सकारात्मक सोच

सकारात्मक विचार जीवन  की संजीवनी बूटी है. इसे हमें  सदैव संजो कर रखनी चाहिए. एक नकारात्मक विचार हमें कितना नुकसान पहुंचा सकता है या हमारे कितने अवसरों को ख़त्म कर सकता है, हमें इसका अंदाजा भी नहीं हो पाता. इसलिए जीवन में मिले किसी भी अवसर को भली भांति परख कर ही कदम उठाने चाहिए. अन्यथा ऐसा न हो की समय निकल जाने पर पछतावा हो. हमें सकारात्मक लोगो के साथ रहना चाहिए, अच्छी पुस्तकें पढनी चाहिए और ऐसे कार्य करने चाहिए जिससे दूसरों को खुशी मिल सके. दूसरों को  खुशी देकर ही हम अपने जीवन में खुशी हासिल कर सकते है. और ऐसा केवल जीवन में सकारात्मक और पोजीटिव सोच से ही संभव है.









  

1 comment:

  1. sub logo ka soch ek jaisa nahi hota. agar sare log isi tarah sochne lage to hamara desh bahut aage hoga.

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